अभी देश में ओलिंपिक के नाम पर संस्था बनाने और गेम्स करने का सिलसिला बंद भी नहीं हुआ कि देश में एक नया गोरखधंधा शुरू हो गया हैं।कुछ लोगो ने ओ...
अब काफी फेडरेशन द्वारा, जिनमे कुछ TAFISA के सदस्य हैं और कुछ सदस्य न होते भी TAFISA का नाम और लोगो के साथ IOC, WHO, UNESCO आदि के लोगो लगाकर गेम्स आयोजित करना और खिलाड़ियों को गुमराह करना शुरू कर दिया हैं।
साथ ही कुछ फेडरेशनस द्वारा इंटरनेशनल टूर/ इंटरनेशनल चैम्पियनशप गोवा, श्री लंका, नेपाल, थाईलैंड, कनाडा, लंदन आदि लिखकर भी खिलाड़ियों से पैसा बटोरा जा रहा हैं। भोले भाले खिलाडी TAFISA , IOC, WHO, UNESCO आदि लोगो देखकर उनके बहकावे में आ जाते हे और उनकी मान्यता TAFISA , IOC, WHO, UNESCO और उनके नेशनल यूनिट्स के साथ प्रमाणित भी नहीं करते।
सोचने वाली बात यह हैं कि भारतीय संस्थाओ द्वारा नेपाल, भूटान, श्री लंका, थाईलैंड आदि देश में गेम्स/ प्रतियोगिता आजोजित की जाती हैं और वहां की स्पोर्ट्स कौंसिल, सरकार को कोई जानकारी भी नहीं होती।
द एसोसिएशन फॉर नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशनस, जो की TAFISA की एक नेशनल यूनिट के रूप में अधिकृत हैं द्वारा जानकारी दी गयी कि काफी खिलाड़ियों द्वारा जब प्रमाण पत्र वेरिफिकेशन के लिए ऑफिस आते हैं तो पता चलता हैं की आमुक फेडरेशन द्वारा ANSF के साथ साथ TAFISA , IOC, WHO, UNESCO आदि का नाम/ लोगो का प्रयोग किया और प्रतियोगिता आयोजित की । काफी खिलाड़ियों से बात करने पर पता चलता हैं की नेपाल, भूटान या थाईलैंड में कोई इंटरनेशनल प्रतियोगिता आयोजित ही नहीं होता हैं, प्रतियोगिता के नाम पर केवल एक होटल बुक होता हैं और वही पर खानापूर्ति करके प्रमाण पत्र वितरित कर दिए जाते हैं।
साथ ही "द एसोसिएशन फॉर नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशनस" के ऑफिस प्रतिनिधि दवरा देश सभी खिलाड़ियों और कोचों को सलाह दी गयी कि किसी भी नेशनल और इंटरनेशनल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने से पहले उसकी मान्यता के बारे में जरूर जाँच कर लिया करे, वैसे भी आजकल इंटरनेट का जमाना हैं और सबके पास स्मार्ट फ़ोन हे तो गूगल जरुर किया करे।
- KTP Bureau